त्यर पहाड म्यर पहाड
का बै सुधरो का बै बिगडो
शाष पडि यु पहाड
नान ठुला कक च्येला
दुकानदारा मुर्गि आण
देशी गुलाब बुब नाती
दगडे हुणि यु टोटिल
घर मा देखी आम्ल हाल
बिड़ दगडि मार फुकाण
सास गयि रे मल भदैर
ब्वारिल मारि गढ कनाँऊ
सैणि हैरिण बिड़ फुकाणि
त्यर पहाड म्यर पहाड
का बै सुधरो का बै बिगडो
लेख-सुन्दर कबडोला
गलेई- बागेश्वर- उत्तराँखण्ड
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