पाक से लोटा
एक शूरवीर हमारा
मृत श्याँ मे लेटा है जो
ख्वाँईश थी उस व्यक्ती कि
अपने माँटि मे रँगने कि
लोट के आया
लाल कपडे के चादर मे सौया
माँ भारति का था ओ लाल
दिल कलेजा दान मे देके
लोट के आया
माँ भारति का था ओ लाल
सौ सितम झैल के आया
माँ भारति का कर्ज चुकाँ के
देश कि माँटि मे रँगने
परिवार से मिलने मुक्ति पाने
मृत श्याँ मे पाक से लोटा
दिल कलेजा दान मे देके
लोट के आया
माँ भारति का था ओ लाल
जिवित रह के
ना कोई उसका अपना
आज उँमड के नेता आऐ
पैसो कि बारशि अर्थि मे उसके
वाह रे नेता...
जीते जी काम लगा ना
मृत श्याँ को खरीद लिया
वाह रे नेता तूने आज
वाह रे नेता तूने आज
दिल कलेजा दान मे देके
लोट के आया
माँ भारति का था ओ लाल
लेख-सुन्दर कबडोला
गलेई- बागेश्वर- उत्तराँखण्ड
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